मिचियाकी ताकाहाशी का जीवन परिचय , कौन थे , निधन , जयंती ,मृत्यु । Michiaki takahashi Biography In Hindi ,Death)

डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी के जन्म दिन के मौके को गूगल डूडल द्वारा जश्न मनाया जा रहा है, जिन्होंने चिकनपॉक्स के खिलाफ पहला टीका विकसित किया था।

संक्रामक वायरल बीमारी और इसके संचरण के गंभीर मामलों को रोकने के लिए एक प्रभावी उपाय के रूप में ताकाहाशी का टीका तब से दुनिया भर के लाखों बच्चों को दिया गया है। उन्होंने साल 1997 में VZVRF का तीसरा वैज्ञानिक उपलब्धि पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

मिचियाकी ताकाहाशी का जीवन परिचय

नाम (Name)मिचियाकी ताकाहाशी
प्रसिद्दि (Famous For )चिकनपॉक्स का पहला टिका विकसित करना
जन्मदिन (Birthday)16 दिसंबर, 1928
उम्र (Age )85 साल (मृत्यु के समय )
जन्म स्थान (Birth Place)जापान
मृत्यु की तारीख Date of Death16 दिसंबर 2013
मृत्यु का स्थान (Place of Death)जापान
मृत्यु का कारण (Death Cause)हार्ट अटैक
शिक्षा (Education )ग्रेजुएशन (मेडिकल साइंस )
कॉलेज (Collage )ओसाका विश्वविद्यालय ,
बेयलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन , टेक्सास
टेम्पल यूनिवर्सिटी ,पेनसिल्वेनिया
नागरिकता (Citizenship)जापानीस
पेशा (Occupation)जापानी चिकित्सक
वैवाहिक स्थिति Marital Statusविवाहित
पत्नी का नाम (Wife Name )हिरोको ताकाहाशी

कौन है मिचियाकी ताकाहाशी ?

मिचियाकी ताकाहाशी एक जापानी चिकित्सक थे। वे 1974 की शुरुआत में चिकनपॉक्स के खिलाफ टीका विकसित करने वाले पहले व्यक्ति थे।

ताकाहाशी के चिकनपॉक्स के टीके, जिसका नाम “ओका” है, को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा स्वीकार किया गया था और दुनिया भर में व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है। 

संक्रामक वायरल रोग और इसके संचरण के गंभीर मामलों को रोकने के लिए डॉ ताकाहाशी का टीका एक प्रभावी उपाय है। यह अब तक दुनिया भर में लाखों बच्चों को प्रशासित किया जा चुका है।

मिचियाकी ताकाहाशी का जन्म एवं शिक्षा

मिचियाकी ताकाहाशी का जन्म 16 दिसंबर, 1928 को हुआ था और उनकी मृत्यु 16 दिसंबर, 2013 को हुई थी। ताकाहाशी ने 1954 में ओसाका विश्वविद्यालय के मेडिकल स्कूल से एमडी की उपाधि प्राप्त की, और 1959 में पॉक्सवायरस वायरोलॉजी में पढ़ाई करते हुए मेडिकल साइंस का ग्रेजुएट कोर्स पूरा किया। 

साल 1963 और 1965 के बीच उन्होंने टेक्सास में बेयलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन और पेनसिल्वेनिया में टेम्पल विश्वविद्यालय के फेल्स रिसर्च इंस्टीट्यूट में अध्ययन किया ।

मिचियाकी ताकाहाशी की पत्नी एवं बच्चे –

डॉ मिचियाकी ताकाहाशी का विवाह हिरोको ताकाहाशी से हुआ था। साल 1963 में, वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ ह्यूस्टन चले गए। उनका एक पड़ोसी था जिसकी एक बेटी थी जो उनके बेटे के साथ खेलती थी।

मिचियाकी ताकाहाशी का करियर

अपनी डिग्री हासिल करने के बाद साल 1959 में ओसाका विश्वविद्यालय के माइक्रोबियल रोग अनुसंधान संस्थान में एक शोधकर्ता के रूप में काम करने का मौका मिला।

वह पर खसरा और पोलियोवायरस जैसी बीमारियों के बारे में अध्ययन करने के बाद, डॉ ताकाहाशी ने 1963 में बायलर कॉलेज में एक शोध फेलोशिप की नौकरी स्वीकार की। 

कैसे शुरुआत हुई चिकनपॉक्स के टीके की

एक बार जब मिचियाकी ताकाहाशी एक लड़की जो उनके लड़के के साथ खेला करती थी उसके सिर पर चेचक का छाला देखा और उसको देख कर उन्होंने सोचा कि उस लड़की की वजह से यह बीमारी उनके बेटे को भी हो सकती है है। उस समय, लक्षण गंभीर थे, और चेचक के लिए कोई प्रभावी उपचार नहीं था।

कुछ दिनों के बाद उनके बेटे के चेहरे पर चकत्ते हो गए, जो उनके पूरे शरीर में तेजी से फैल गए, जैसा कि उन्हें संदेह था। जब उसका बेटा बीमार था, तब उसकी और उसकी पत्नी की रातों की नींद उड़ी हुई थी।

तब उन्होंने महसूस किया कि उन्हें चिकनपॉक्स का टीका बनाने के लिए अपने वायरस ज्ञान का उपयोग करना चाहिए। वह उस समय अपने शुरुआती तीसवें दशक में थे और उन्होंने अपने करियर का अधिकांश समय खसरा और पोलियो वायरस पर शोध करने में बिताया था।

मिचियाकी ताकाहाशी द्वारा चिकनपॉक्स के टीके को विकसित करना

इस समय के दौरान, उनके बेटे ने चिकनपॉक्स नाम की बीमारी ने में ले लिया , अपने बेटे को ऐसी हालत में देखते हुए उन्होंने इस बीमारी का इलाज खोज निकालने का अपने आप से वादा किया। करीब 5 साल के कठिन परिश्रम के बाद उनका टीकाकरण अपने शुरुआती दौर के ​​परीक्षणों के लिए तैयार था।

मिचियाकी ताकाहाशी की मृत्यु

मिचियाकी ताकाहाशी का 16 दिसंबर 2013 को हृदय गति रुकने से निधन हो गया।

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अंतिम कुछ शब्द –

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