राकेश टिकैत जीवन परिचय, जीवनी, बायोग्राफी ,कौन हैं, की संपत्ति, जाति, गांव, किसान नेता, पार्टी, चुनाव, किसान आन्दोलन (Rakesh Tikait Biography In Hindi, Wife, Son, Father, Net Worth, Family, Assets, Property, Age, Daughter, News)
राकेश टिकैत एक किसान नेता, राजनेता और भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। वह दिवंगत चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के पुत्र हैं, जो एक प्रसिद्ध किसान नेता हैं, जिन्होंने किसानों के लिए कई बड़े आंदोलनों का नेतृत्व किया।
कुछ मीडिया सूत्रों के अनुसार, राकेश टिकैत किसानों के अधिकारों की लड़ाई में 40 से अधिक बार जेल जा चुके हैं।उसके खिलाफ तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मध्यप्रदेश में एक समय किसानो की जमीन कब्ज़ा करने वाले कानून के खिलाफ आंदोलन करने के करण उनको 39 दिनों के लिए जेल में डाल दिया गया था.
उसके बाद उन्होंने दिल्ली में लोकसभा भवन के बाहर किसानों के गन्ना बिक्री के मूल्य में वर्द्धि करने के लिए सरकार के खिलाफ आंदोलन किया और गन्नो को जला दिया था, जिसकी कारण एक बार फिर से उन्हें तिहाड़ जेल की हवा खानी पड़ी थी .
राकेश टिकैत जीवन परिचय
नाम (Name) | राकेश टिकैत |
प्रसिद्द (Famous For) | • साल 2020 में किसान आंदोलन में भाग लेना • स्वर्गीय महेंद्र सिंह टिकैत के पुत्र होने के नाते |
जन्मदिन (Birthday) | 4 जून वर्ष 1969 |
उम्र (Age ) | 54 साल (साल 2021 में ) |
जन्म स्थान (Birth Place) | सिसौली गांव, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश |
शिक्षा (Education ) | कला स्नातक(Bachelor of arts) |
स्कूल का नाम (School Name ) | • डीएवी इंटर कॉलेज, सिसौली गांव, मुजफ्फरनगर • किसान इंटर कॉलेज लालू खीरी, मुजफ्फरनगर (1986) • हाई स्कूल और इंटरमीडिएट शिक्षा बोर्ड उत्तर प्रदेश (1988) |
कॉलेज का नाम (College Name ) | चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ (पूर्व में मेरठ विश्वविद्यालय) |
राशि (Zodiac) | मिथुन राशि |
नागरिकता (Citizenship) | भारतीय |
गृह नगर (Hometown) | सिसौली गांव, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
जाति (Cast ) | जाट |
लम्बाई (Height) | 5 फीट 10 इंच |
आंखो का रंग (Eye Colour) | काला |
बालों का रंग (Hair Colour) | सफ़ेद एवं काला |
पेशा (Occupation) | किसान नेता और राजनेता |
राजनीतिक दल (Political Party) | राष्ट्रीय लोक दल (RLD ) |
वैवाहिक स्थिति Marital Status | विवाहिक |
शादी की तारीख (Marriage Date ) | साल 1985 |
राकेश टिकैत संपत्ति (Net Worth) | 4 करोड़ |
कौन है राकेश टिकैट (Who is Rakesh Tikait)
राकेश टिकैट भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख नेता एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। जिन्होंने किसानों के हित के लिए दिल्ली में घेराबंदी की। राकेश टिकैत पूर्व किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के बेटे है। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू ) भारतीय किसानो की प्रतिनिधि संगठन है. वर्तमान में किसान यूनियन उत्तरप्रदेश में सक्रीय है।
राकेश ने साल 2020 के अंत में केंद्र सरकार के खिलाफ कृषि कानून के विरोध में अन्य भारतीय किसानो के साथ गाजीपुर बार्डर पर धरना प्रदर्शन किया था जिसके कारण वो मीडिया में चर्चा का विषय रहे। टिकैत द्वारा चलाये गए इस आंदोलन को डंकल प्रस्ताव आंदोलन के नाम से भी जाना जाता है।
राकेश टिकैत का जन्म एवं प्रारंभिक जीवन (Rakesh Tikait Birth & Early life )
राकेश टिकैत का जन्म 4 जून वर्ष 1969 को उत्तरप्रदेश में स्थित मुजफ्फरनगर शहर के एक छोटे से गांव सिसौली पिता महेंद्र सिंह टिकैत एवं माँ बलजोरी देवी के यहां हुआ था।
राकेश के पिता स्व, महेंद्र सिंह टिकैत बीकेयू के सह-संस्थापक थे। जिन्होंने बतौर किसान नेता राजीव गांधी सरकार के खिलाफ लाखों किसानों को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। राकेश की माँ स्व. बलजोरी देवी एक ग्रहणी थी।
राकेश के अलावा उनके तीन भाई है जिनमे से सबसे बड़े भाई का नाम नरेश टिकैत है। राकेश के पिता की 15 मई 2011 को लंबी बीमारी के चलते मौत के बाद घर का बड़ा मुखिया होने के कारण उन्हें किसान यूनियन का अध्यक्ष बनाया गया है.
राकेश के दूसरे भाई का नाम सुरेंद्र टिकैत है जो की एक चीनी मिल में प्रबंधक है एवं तीसरे भाई जिनका नाम नरेंद्र टिकैत है वह एक किसान है। राकेश के तीन भाइयो के अलावा उनकी दो बहने भी है।
राकेश और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा दी गई वंशानुगत उपाधि “टिकैत”, 7 वीं शताब्दी में थानेसर के जाट शासक राजा हर्षवर्धन द्वारा बलियान खाप के प्रमुख को दी गई उपाधि थी।
तब से, यह बलिया खाप के प्रत्येक मुखिया और उनके परिवार के पुरुष सदस्यों को प्रदान किया जा रहा है। राकेश टिकैत के भाई, नरेश टिकैत, बलियान खाप के वर्तमान प्रमुख हैं, जिन्होंने 2011 में अपने पिता महेंद्र सिंह टिकैत की मृत्यु के बाद कमान संभाली थी।
राकेश टिकैत की शादी ,पत्नी एवं बच्चे (Rakesh Tikait Marriage , Wife & Children )
भरतीय किसान नेता राकेश टिकैत की शादी बागपत जनपद के दादरी गांव की सुनीता देवी से साल 1985 में हुई थी। राकेश के एक बेटा है है जिसका नाम चौधरी चरण सिंह टिकैत है एवं दो बेटियां है जिनका नाम सीमा और ज्योति है। राकेश के तीनो बच्चो शादीशुदा है।
राकेश टिकैट का परिवार ( Govinda Family)
पिता का नाम (Father’s Name) | स्व.महेंद्र सिंह टिकैत |
माता का नाम (Mother’s Name) | स्व.बलजोरी देवी |
भाई का नाम (Brother’s Name) | नरेश टिकैत (बीकेयू अध्यक्ष), सुरेंद्र टिकैत (एक चीनी मिल में प्रबंधक) नरेंद्र टिकैत (किसान) |
बहन का नाम (Sister’s Name) | 2 (नाम ज्ञात नहीं ) |
पत्नी का नाम ( Wife ’s Name) | सुनीता देवी (गृहिणी) |
बेटे का नाम (Son ’s Name) | चौधरी चरण सिंह टिकैत |
बेटी का नाम (Daughter ’s Name) | सीमा और ज्योति |
राकेश टिकैत का जॉब का छोड़ना एवं भारतीय किसान यूनियन में शामिल होना
जब राकेश साल 1992 के समय दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के रूप में काम काम कर रहे थे ।तब उनके पिता महेंद्र सिंह टिकैत ने सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन छेड दिया था। तब भारत सरकार राकेश के ऊपर अपने पिता को आंदोलन वापस लेने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रही थी।
राकेश ने सरकार की बात मानने से इनकार कर दिया था और अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह बाद में विरोध में कूद गए, और उसके बाद खुद को पूरी तरह से भारतीय किसान संघ (बीकेयू) से जोड़ लिया और किसानों के अधिकारों के लिए लड़ना शुरू कर दिया। उसी आंदोलन को डंकल प्रस्ताव हेतु आंदोलन के नाम से जाना गया था।
राकेश टिकैत का राजनितिक करियर
- राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर के खतौली से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में 2007 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में असफल चुनाव लड़ा।
- अपने पहले चुनाव में हारने के बाद उन्होंने रालोद के टिकट पर अमरोहा निर्वाचन क्षेत्र से 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा। वह चुनाव में केवल 9,539 वोट हासिल कर सके (कुल वोटों का 0.62% प्रतिशत), और इसलिए, हार का सामना करना पड़ा।
- लगातार दो चुनावो में मिली हार के बाद एक बार फिर उन्होंने साल 2014 में राष्ट्रीय लोक दल सेअमरोहा लोकसभा क्षेत्र के लिए14 मार्च 2014 को चुनाव लडा और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) में शामिल हो गए, जो भारत के 5 वें प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे अजीत सिंह द्वारा स्थापित एक राजनीतिक दल है।
- साल 2018 में टिकैत उत्तराखंड के शहर हरिद्वार से दिल्ली तक किसान क्रांति यात्रा के नेता थे । साल 2019 में टिकैत ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का समर्थन किया था।
- साल 2020 के अंत में वह केंद्र सरकार के खिलाफ अपने किसान संगठन ”भारतीय किसान यूनियन संघ ” हुए और केंद्र सरकार के खिलाफ न्यूनतम समर्थन मूल्य (m.m.c) के काले कानून का जोरदार विरोध करना शुरू कर दिया जो अभी तक चल रहा है। टिकैत केंद्र सरकार के ऊपर अपनी मांगे पूरी करने लगातार दबाब बना रहे है।
राकेश टिकैत की किसान आन्दोलन में भूमिका (Rakesh Tikait Kisan Andolan, Neta, Union)
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत केंद्र सरकार के खिलाफ किसानो के साथ बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे है। साल 2020 के अंत में किसान नेता टिकैत ने दिल्ली के लाल किले के सामने धरना आंदोलन में किसानो का साथ दिया था और केंद सरकार पर कृषि कानूनों को निरस्त करने एवं अपनी मांगे पूरी करने का दबाब बनाया था। यह आंदोलन अभी तक जारी है और राकेश टिकैत सरकार की और से बात चीत करने के लिए आने वाले प्रस्ताव की राह देख रहे है।
राकेश टिकैत के संगठन भारतीय किसान यूनियन की मुख्य मांगें
1. कृषि कानूनों को निरस्त करें
आंदोलन कर रहे किसानों की मुख्य मांग केंद्र सरकार से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की है । नए कृषि कानून किसानों के हित के खिलाफ हैं और केवल निजीकरण और जमाखोरी को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि कानूनों से केवल बड़ी निजी कंपनियों को ही लाभ होगा और किसानों का भविष्य खतरे में होगा।
2. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर लिखित आश्वासन
जब से सरकार ने कृषि बिल पेश किए हैं, किसानों ने उन्हें मौजूदा न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली (एमएसपी) के लिए एक गंभीर खतरे के रूप में देखा है। गाँव कनेक्शन द्वारा हाल ही में 16 राज्यों में सर्वेक्षण किए गए उनतीस प्रतिशत किसानों ने इस डर को साझा किया। सर्वेक्षण में शामिल 59 प्रतिशत किसानों ने एमएसपी को अनिवार्य बनाने के लिए कानून बनाने की मांग की। उनकी सबसे बड़ी मांगों में से एक सरकार द्वारा भविष्य में केंद्रीय पूल के लिए एमएसपी और पारंपरिक खाद्यान्न खरीद प्रणाली को जारी रखने की गारंटी देने का लिखित आश्वासन था।
3. बिजली बिल संशोधन निरस्त किया जाएगा
किसान यह भी मांग कर रहे हैं कि सरकार बिजली संशोधन बिल को खत्म करे। किसान संगठनों को डर है कि एक बार बिल लागू होने के बाद किसानों को मुफ्त या सब्सिडी वाली बिजली बंद हो जाएगी। उनका कहना है कि बिल निजीकरण का समर्थन करता है और पंजाब में किसानों को मुफ्त बिजली देना बंद कर देगा।
4. पराली जलाने पर होने वाली सजा व जुर्माने को रद्द करना
किसान पराली जलाने के मामले में सरकार के पांच साल के कारावास के फैसले को रद्द करना चाहते हैं । केंद्र सरकार ने इस साल अक्टूबर में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए एक नया अध्यादेश पेश किया था , और पराली जलाने के लिए पांच साल की जेल या एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। किसान इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं और चाहते हैं कि जिन किसानों को पराली जलाने के आरोप में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, उन्हें रिहा किया जाए।
5. गन्ने का भुगतान बढ़ाया जाये
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब के किसान गन्ना भुगतान को लेकर आंदोलित हैं। खासकर उत्तर प्रदेश के किसान चीनी उद्योग पर कम वसूली के बहाने गन्ना मूल्य बढ़ाने के लिए राज्य सरकार पर दबाव बनाने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि लगातार बढ़ती लागत को देखते हुए गन्ना मूल्य में वृद्धि की जानी चाहिए।
उत्तर प्रदेश के किसान संगठन गन्ने की कीमत को बढ़ाकर 450 प्रति क्विंटल रुपये करने की मांग कर रहे हैं । । पिछले दो पेराई सत्र में यह रु. 315 और 325 प्रति क्विंटल रही है । किसानो का कहना है की पिछले दो पेराई सत्र में गन्ने के भाव में कोई वृद्धि नहीं हुई है, जबकि बिजली, डीजल, कीटनाशक, उर्वरक और श्रम की लागत बढ़ी है।
राकेश टिकैत के द्वारा दिए गए बेबाक बयान
- साल 2014 में राकेश टिकैत ने बयान दिया था की हमारे पास बेशुमार संपत्ति है यह जो संपत्ति है वह किसानो की सम्पति है और वही हमारी सम्पत्ति है।
- एक दूसरे बयान में उन्होंने किसानो को भड़काने के लिए कहा था की देश का किसान अपने सीने पर गोली खा लेगा लेकिन अपने कदम पीछे नहीं हटाएगा
- राकेश ने केंद्र सरकार के खिलाफ जबाबी हमला बोलते हुए कहा था या तो सरकार तीनों कृषि कानून निरस्त करे नहीं तो में आत्महत्या कर लूंगा।
राकेश टिकैत के पूर्व आंदोलन
उत्तर भारत के किसानों के बीच एक प्रभावशाली नाम राकेश टिकैत ने देश के विभिन्न हिस्सों में कई किसान आंदोलनों का नेतृत्व किया है।
उन्होंने एक बार राजस्थान सरकार के खिलाफ हजारों किसानों के साथ एक सफल आंदोलन का नेतृत्व किया, जिसमें सरकार से बाजरा (बाजरा) की कीमत बढ़ाने की मांग की गई, जिस पर वे किसानों से खरीदते हैं। हालांकि आंदोलन के दौरान उन्हें जयपुर जेल जाना पड़ा, लेकिन राजस्थान सरकार उनकी मांग पर सहमत हो गई।
राकेश टिकैत संपत्ति (Rakesh Tikait Net Worth)
साल 2014 राकेश टिकैत की सम्पति ( Rakesh Tikait Net Worth in 2014 )
साल 2014 से लगातार राकेश टिकैत दो बार चुनाव लड़ चुके है। जब भी कोई नेता चुनाव लड़ता है या लोकसभा चुनाव में चुनाव के लिए जब आवेदन पत्र डालता है तो उस समय उस चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति को अपनी कुल सम्पति का ब्यौरा देना पड़ता है। ठीक वैसे है साल 2014 के चुनाव में राकेश टिकैत ने भी चुनाव लड़ने से पहले अपनी कुल सम्पति का ब्यौरा दिया था। उस समय राकेश टिकैत की संपत्ति की कीमत तकरीबन 4,25,18,038 थी और घर में कैश के रूप में 10 लाख रूपये थे।
साल 2021 में राकेश टिकैत की सम्पति ( Rakesh Tikait Net Worth in 2021 )
ज़ी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, राकेश टिकैत के पास 4 राज्यों के 13 शहरों में संपत्ति के साथ 80 करोड़ रुपये की वित्तीय संपत्ति है। बीकेयू नेता राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं में चल रहे किसान आंदोलन के चेहरे के रूप में उभरे।
राकेश टिकैत के भूमि, पेट्रोल पंप, शोरूम, ईंट भट्टों और अन्य क्षेत्रों में विभिन्न व्यावसायिक हित हैं।
राकेश टिकैत की चार राज्यों में संपत्ति है: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और महाराष्ट्र और मुजफ्फरनगर, ललितपुर, झांसी, लखीमपुर खीरी, बिजनौर, बदायूं, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, देहरादून, रुड़की, हरिद्वार और मुंबई सहित 13 शहरों में।
FAQ
राकेश टिकैत की जाति क्या है ?
राकेश टिकैत एक जाट परिवार से ताल्लुक रखते है
राकेश टिकैत के पास कितनी संपत्ति है ?
साल 2021 में राकेश टिकैत के पास 80 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।
राकेश टिकैत का गांव कौन सा है ?
राकेश टिकैत के गांव का नाम सिसौली है।
राकेश टिकैत के पिता का नाम क्या है ?
राकेश टिकैत के पिता का नाम स्व.महेंद्र सिंह टिकैत है।
राकेश टिकैत का जन्म कब हुआ ?
राकेश टिकैत का जन्म 4 जून 1969 को हुआ था।
राकेश टिकैत का जन्म कहां हुआ ?
राकेश टिकैत का जन्म उत्तरप्रदेश में स्थित मुजफ्फरनगर शहर के एक छोटे से गांव सिसौली में हुआ था।
भारतीय किसान यूनियन की मुख्य मांगें क्या थी ?
भारतीय किसान यूनियन की मुख्य मांगें जानने के लिए यहां क्लिक करे
राकेश टिकैत के पास कितनी जमीन है ?
राकेश टिकैत के पास भारत के 4 राज्यों एवं 13 शहरो में जमीन एवं सम्पति मौजूद है
राकेश टिकैत की एजुकेशन क्या है ?
राकेश टिकैत ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ (पूर्व में मेरठ विश्वविद्यालय) से कला स्नातक(Bachelor of arts) की पढ़ाई कर रखी है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता कौन थे ?
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के पिता स्व.महेंद्र सिंह टिकैत थे।
किसान नेता राकेश टिकैत का मोबाइल नंबर क्या है ?
इसके बारे में कोई जानकारी मौजूद नहीं है।
यह भी जानें –
- भोपाल गैस काण्ड (त्रासदी)केस स्टडी 1984।
- ऑपरेशन ब्लू स्टार 1984 ,इंदिरा गाँधी की मौत की वजह ।
- भूपेंद्र पटेल का जीवन परिचय|
- कल्याण सिंह का जीवन परिचय|
- राजा वीरभद्र का जीवन परिचय
अंतिम कुछ शब्द –
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