भाविना हसमुखभाई पटेल का जीवन परिचय,जीवनी ,बायोग्राफी ,टेबल टेनिस खिलाड़ी, टोक्यो पैरालंपिक मैडल, कहानी [Bhavina Hasmukhbhai Patel Tokyo Paralympics 2021, Biography in Hindi] (Match Schedule, Table Tennis, Final, Ranking, Medal)
भाविना पटेल एक भारतीय पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं, जो 26 अगस्त 2021 को महिला एकल वर्ग 4 के आयोजन में सर्बिया की दुनिया की 5 नंबर की बोरिसलावा पेरिक रैंकोविक को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश करने के बाद 2020 टोक्यो पैरालिंपिक में पदक हासिल करने वाली पहली भारतीय बनीं।
भाविना ने विश्व चैंपियनशिप सहित 28 अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारत के लिए कई स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते हैं।
भाविना पटेल का जीवन परिचय
नाम ( Name) | भाविना पटेल |
पूरा नाम (Full name) | भाविना हसमुखभाई पटेल |
प्रसिद्दि (Famous for ) | पैरालिंपिक में पदक हासिल करने वाले पहले भारतीय टीटी खिलाड़ी |
जन्म (Birth) | 6 नवंबर 1986 |
उम्र (Age) | 34 साल (2021 में ) |
जन्म स्थान (Birth Place) | सुंधिया गांव, मेहसाना , गुजरात, भारत |
गृहनगर (Hometown) | मेहसाना , गुजरात, भारत |
शिक्षा (Education) | बीपीए से आईटीआई कोर्स |
कॉलेज (College) | ब्लाइंड पीपुल्स एसोसिएशन (बीपीए), अहमदाबाद |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
राशि (Zodiac Sig) | वृश्चिक राशि |
आंखों का रंग (Eye Colour) | काला |
बालों का रंग (Hair Colour) | काला |
पेशा (Profession) | टेबल टेनिस खिलाड़ी |
शुरुआत (International Debut ) | 2009 में जॉर्डन |
वर्ग (Category) | पैरा टेबल टेनिस C4 |
कोच (Coach) | ललन दोशियो, तेजलबेन लाखिया |
रिकॉर्ड (Records ) | पैरालंपिक में पदक हासिल करने वाले पहले भारतीय टीटी खिलाड़ी |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | विवाहित |
पति का नाम (Husband Name ) | निकुल पटेल |
शादी की तारीख (Marrige Date ) | साल 2017 |
भाविना पटेल का जन्म एवं प्रारंभिक जीवन (Bhavina Patel Birth and Early Life)
भावना पटेल का जन्म 6 नवंबर 1986 को मेहसाना ,गुजरात हुआ था। वे गुजराती परिवार से ताल्लुक रखती है । उनके पति का नाम निकुल पटेल है, जो एक व्यवसायी है।इनके पिता के अलावा इनकी माँ एवं दो बहने भी है।
उनका पूरा नाम भाविना हसमुखभाई पटेल है । उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा अपने गृहनगर के एक स्कूल में पूरी की। फिर, उन्होंने अहमदाबाद में ब्लाइंड पीपुल्स एसोसिएशन में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने आईटीआई कोर्स किया।
भविना पटेल को बचपन से टेबल टेनिस के खेल में ज्यादा रूचि नहीं थी। शुरुआत में उनकी इच्छा एक स्कूल टीचर बनने की थी। लेकिन उसकी शारीरिक अक्षमता के कारण उसे एक साक्षात्कार के लिए अस्वीकार कर दिया गया था लेकिन धीरे धीरे उनका झुकाव टेबल टेनिस के खेल की तरफ बढ़ने लगा
उन्होंने अपनी इस इच्छा को पूरी करने के लिए अपने कॉलेज के समय के दौरान टेबल टेनिस खेलना शुरू कर दिया और धीरे धीरे समय के साथ टेबल टेनिस के खेल में अपनी पूरी जान झोकते हुए उसमे निपुणता हासिल की और अपने टेबल टेनिस के खेल को ओलिंपिक तक ले गयी।
भाविना पटेल का पोलियो संक्रमण ( Bhavina Patel Disability )
वह 12 महीने की उम्र में पोलियो से संक्रमित हो गईं। एक मध्यम वर्गीय पृष्ठभूमि से आने के कारण, जब वह छोटी थी तब उसके पिता उसका इलाज नहीं करवा पाए थे।
हालाँकि उन्हें पाँच लोगों के परिवार की देखभाल करनी थी, वे आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में भावना का ऑपरेशन कराने में कामयाब रहे, लेकिन सर्जरी के बाद भी बढ़िया परिणाम नहीं मिले क्योंकि भावना लापरवाह थी क्योकि उन्होंने ना तो उन्होंने ठीक से व्यायाम किया और ना पुनर्वसन प्रक्रिया (rehab process) का ठीक से पालन नहीं किया था।
भाविना पटेल की शिक्षा (Bhavina Patel Education)
छोटी उम्र से ही व्हीलचेयर तक सीमित भावना सुंधिया गांव के नियमित स्कूलों में पढ़ती थी। 2004 में उनके पिता ने उन्हें ब्लाइंड पीपुल्स एसोसिएशन, अहमदाबाद में दाखिला दिलाया, जहाँ उन्होंने कंप्यूटर में एक कोर्स किया और पत्राचार के माध्यम से स्नातक की पढ़ाई भी की।
ब्लाइंड पीपुल्स एसोसिएशन, अहमदाबाद में ही उनके जीवन में एक और बदलाव आया। उसे कोच लालाह दोशी से मिलवाया गया और वह जल्द ही एक टेबल टेनिस खिलाड़ी के रूप में तब्दील हो गई, जिसने उसे टोक्यो पैरालिंपिक और भारतीय खेल इतिहास में एक स्थान पर ले जाने की यात्रा शुरू की ।
भाविना पटेल की शादी एवं पति (Bhavina Patel Marriage and Husband)
भावना पटेल शादीशुदा हैं ,इनकी शादी साल 2017 में हुई थी और इनके पति का नाम निकुल पटेल है जो एक बिजनेसमैन हैं।भविना के पति राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटर भी है। सोशल मीडिया के जरिये भविना ने बताया था की उनके पति निकुल पटेल उनके खेल को लेकर उनका बहुत सपोर्ट करते है.
भाविना पटेल के कोच का नाम ((Bhavina Patel Coach)
जब भाविका गुजरात विश्वविद्यालय से पत्राचार के माध्यम से स्नातक की पढ़ाई के दौरान वह खेलों में बेहद सक्रिय थीं।लखिया ने उसकी रुचि देखी और ललन दोशी से संपर्क किया।
लखिया और दोशी ने ही उन्हें फिटनेस के लिए शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। भविना आज जो कुछ भी है उसका श्रेय उनके कोच को जाता है। टेबल टेनिस के खेल में उनके दो कोच ललन दोशियो एवं तेजलबेन लाखिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
- नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय जिन्होंने ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीता
- साइखोम मीराबाई चानू का जीवन परिचय जिन्होंने ओलम्पिक में सिल्वर मेडल जीता
- पी.वी. सिंधु का जीवन परिचय जिन्होंने ओलम्पिक में कांस्य पदक जीता
भाविना पटेल का करियर (Bhavina Patel Career)
उन्होंने फिट रहने के उद्देश्य से अपने खेल करियर की शुरुआत की लेकिन धीरे-धीरे यह उनका जुनून बन गया। उसने पेशेवर रूप से टेबल टेनिस खेलना शुरू किया और प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया।
तीन साल की कड़ी मेहनत और अभ्यास के बाद, उन्होंने 2007 में बैंगलोर में पैरा टेबल टेनिस नेशनल में अपना पहला राष्ट्रीय खिताब जीता
भविना ने अपने टेबल टेनिस खेल की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 2009 में जॉर्डन की थी। जहां से वह खाली हाथ लौटीं। लेकिन इसने उसे निराश नहीं किया। इसके बजाय, उसने कड़ी मेहनत की और अनुभव हासिल करने के लिए प्रतिस्पर्धा करती रही।
वह 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में पैरा टीटी में भारत की सबसे अच्छी उम्मीदवार थीं लेकिन क्वार्टर फाइनल में हार गईं। लेकिन भाविना ने अपना संयम बनाए रखा और लगातार और कठिन प्रयास करती रही।
2011 में अपना पहला पदक जीता, पैरा टेबल पर अपने चीनी प्रतिद्वंद्वी को हराकर टेनिस थाईलैंड ओपन में एक रजत पदक जीता। भावना ने 2013 में एशियाई क्षेत्रीय चैम्पियनशिप में भारत का पहला ऐतिहासिक रजत पदक जीता था।
उन्होंने लगातार जॉर्डन, ताइवान, चीन, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, इंडोनेशिया, स्लोवेनिया, थाईलैंड, स्पेन जैसे विभिन्न देशों में अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेले है.
भावना ने अपने टेबल टेनिस खेल को बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करते हुए 2019 में बैंकॉक, थाईलैंड में अंतर्राष्ट्रीय पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में एकल में अपना पहला स्वर्ण पदक हासिल किया।
भाविना पटेल टोक्यो पैरालंपिक 2020 में (Bhavina Patel Tokyo Paralympic 2020)
उन्होंने शुक्रवार 27 अगस्त 2021 को टोक्यो मेट्रोपॉलिटन एरिना में टेबल टेनिस फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने चीन की वर्ल्ड नंबर 3 मियाओ झांग को 3-2 से हराया। यह चीनी पैडलर के खिलाफ उनकी पहली जीत थी जो सही समय पर आई थी।
पांच सेट के खेल के दौरान भावना पटेल कभी भी खराब नहीं दिखीं। वह पहला सेट हार गई लेकिन फिर झांग पर दबाव बनाने के लिए लगातार दो सेट जीते। सबसे खास बात यह थी कि कैसे भारतीय ने अपने वाटर ब्रेक का इस्तेमाल खुद को कंपोज करने के लिए किया।
जब झांग के कोच एनिमेटेड हो रहे थे और चीनियों को निर्देश दे रहे थे कि क्या करना है, भारतीय जोड़ी ने अभी भी बैठने और सांस लेने का फैसला किया। भावना पटेल बस ध्यान करना शुरू कर देतीं, जबकि उनके कोच सिर्फ उनका निरीक्षण करते।
झांग ने फाइटबैक किया, चौथा सेट जीत लिया और लगभग पांचवां सेट जीत लिया। हालांकि, भारतीय पैरा-पैडलर ने शानदार प्रदर्शन किया और 9-8 (भारत की बढ़त) पर ब्रेक लिया। यह सही निर्णय साबित हुआ क्योंकि इसने चीन की गति को तोड़ दिया और भावना पटेल ने थ्रिलर में जीत हासिल की।
उन्होंने पैरालिंपिक के फाइनल में प्रवेश करने वाली पहली पैरा-टेबल टेनिस खिलाड़ी बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया। हालांकि भावना पटेल के लिए यह सफर आसान नहीं रहा है।
उनका अगला मुकाबला 29 अगस्त को दुनिया की नंबर एक चीनी पैडलर यिंग झोउ से होगा।
FAQ
भाविना पटेल कौन है ?
भाविना पटेल एक भारतीय पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं
भाविना पटेल के पति कौन है ?
इनके पति का नाम निकुल पटेल है जो एक बिजनेसमैन हैं।भविना के पति राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटर भी है।
भाविना पटेल के कोच कौन है ?
भाविना पटेल के कोच का नाम ललन दोशियो एवं तेजलबेन लाखिया है
भाविना पटेल की शादी कब हुई थी ?
भाविना पटेल की शादी साल 2017 हुई थी
यह भी पढें :-
- मेजर ध्यानचंद के हॉकी खेल की शुरुआत
- मेजर ध्यानचंद के रिकार्ड्स
- मिल्खा सिंह वर्ल्ड रिकॉर्ड के बारे में जानें
अंतिम कुछ शब्द –
दोस्तों मैं आशा करता हूँ आपको ”भाविना पटेल का जीवन परिचय,टेबल टेनिस खिलाड़ी।Bhavina Patel Biography in hindi”वाला Blog पसंद आया होगा अगर आपको मेरा ये Blog पसंद आया हो तो अपने दोस्तों और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करे लोगो को भी इसकी जानकारी दे
अगर आपकी कोई प्रतिकिर्याएँ हे तो हमे जरूर बताये Contact Us में जाकर आप मुझे ईमेल कर सकते है या मुझे सोशल मीडिया पर फॉलो कर सकते है जल्दी ही आप एक नए ब्लॉग के साथ मुलाकात होगी तब तक के लिए मेरे ब्लॉग पर बने रहने के लिए ”धन्यवाद