नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय, बायोग्राफी, भाला फेंक एथलीट, रिकॉर्ड, टोक्योओलंपिक, गोल्ड मैडल विजेता, शेड्यूल, जाति, धर्म [Neeraj Chopra Biography, Javelin Throw in Hindi] (Tokyo Olympic 2021, Gold Medal, Personal Best, Best Throw, World Ranking, Height, Record, Salary, Religion, Caste)
भारतीय भाला फेंक खिलाडी नीरज चोपड़ा ने 07 अगस्त 2021 को टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। भारत शुरू से ही एक स्वर्ण पदक के लिए तरस रहा था और यह भारत को टोक्यो ओलम्पिक 2021 में स्वर्ण पदक जिताकर नीरज चोपड़ा ने भारत की स्वर्ण पदक जीतने की भूख को भी पूरा किया।
07 अगस्त 2021 को खेले गए भाला फेंक खेल में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया।
नीरज चोपड़ा एक भारतीय एथलीट हैं जो भाला फेंक खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्हें भारतीय सेना में सूबेदार, जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) के रूप में स्थान दिया गया है।
साल 2018 में अपने बेहतरीन खेल प्रदर्शन की बदौलत नीरज चोपड़ा को भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इन्होने टोक्यो ओलम्पिक में हिस्सा लिया हुआ है और अपने पहली बार के भाला फेक थ्रो में 86.65 मीटर के दूरी के साथ फाइनल में जगह बनाई है।
नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय
नाम ( Name) | नीरज चोपड़ा |
निक नेम (Nick Name ) | निज्जू |
जन्म (Birth) | 24 दिसंबर,1997 |
उम्र (Age) | 23 साल (साल 2021 ) |
जन्म स्थान (Birth Place) | खंडरा, पानीपत, हरियाणा, भारत |
गृहनगर (Hometown) | पानीपत, हरियाणा, भारत |
शिक्षा (Education) | BA में स्नातक |
कॉलेज (Collage ) | डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
राशि (Zodiac Sig) | मकर राशि |
जाति (Caste ) | हिन्दू रोर मराठा |
कद (Height) | 5 फुट 10 इंच |
वजन (Weight) | 65 किग्रा |
आंखों का रंग (Eye Colour) | काला |
बालों का रंग (Hair Colour) | काला |
कोच (Coach ) | उवे होन |
पेशा (Profession) | जैवलिन थ्रो एथलीट |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | अविवाहित |
नीरज चोपड़ा लेटेस्ट खबर (Neeraj Chopra Won Gold Medal)
07 अगस्त 2021 को शाम 04:30 बजे भाला फेंक खेल की शुरुआत हुयी ओर भारत के लोगो की आस सिर्फ नीरज चोपड़ा पर तिकी हुई थी क्योकि बस एक यही खिलाडी था भारत के पास अपने भाला फेंक खेल में टोक्यो ओलम्पिक के फाइनल में पंहुचा था।
खंडरा गांव के 23 वर्षीय किसान के बेटे ने फाइनल में 87.58 मीटर का दूसरा थ्रो करके एथलेटिक्स की दुनिया को चौंका दिया और ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड पदक के लिए भारत के 100 साल के इंतजार को खत्म कर दिया।
चोपड़ा ने इस ओलंपिक में देश का सातवां पदक और पहला स्वर्ण पदक जीता इनसे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा (2008 बीजिंग खेलों) में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था ।
इसके साथ, देश ने 2012 के लंदन खेलों में हासिल किए गए छह पदकों की पिछली सर्वश्रेष्ठ दौड़ को पीछे छोड़ दिया। टोक्यो ओलंपिक के समापन समारोह में नीरज चोपड़ा भारत के लिए झंडा फहराएंगे।
यह भी जाने :-
- सिल्वर मेडल जीतने वाली साइखोम मीराबाई चानू का जीवन परिचय |
- कांस्य पदक जीतने वाली पी.वी. सिंधु का जीवन परिचय।
- हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का जीवन परिचय
नीरज चोपड़ा का शुरुवाती जीवन (Neeraj Chopra Early Life )
नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर,1997 को पानीपत जिले के खंडरा गांव में हुआ था इसके पिता का नाम सतीश कुमार एवं माँ का नाम सरोज देवी है. नीरज अपने पांच भाई बहनो में सबसे बड़े है और इनकी दो बहने भी है।
भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के पिता खंडरा गांव में किसान है और खेतीबाड़ी करके अपना घर चलाते है और इनकी माँ सरोज देवी एक ग्रहणी है.
एक इंटरव्यू के दौरान, नीरज के पिता ने बताया कि नीरज एक शरारती बच्चा था। उन्होंने आगे कहा,
”बचपन में नीरज भैंसों की पूंछ घुमाते थे। कभी-कभी वह पटाखे फोड़कर बुजुर्गों को परेशान करता था। उसकी बातों से पूरा परिवार परेशान था। अपने बेटे के कंधे पर सजे एक सितारे को देखकर गर्व महसूस हो रहा है।उनके पिता सतीश कुमार ने कहा कि उनका 17 का संयुक्त परिवार था। नीरज उनका सबसे बड़ा बेटा था। पानीपत में अपने जिम सत्र के दौरान, नीरज शिवाजी स्टेडियम का दौरा करने लगे।
यहीं वह बिंझोल के भाला फेंक खिलाड़ी जयवीर के संपर्क में आया था”
नीरज चोपड़ा की शिक्षा ( Neeraj Chopra Education)–
नीरज अपनी पढ़ाई के लिए सिर्फ नौवीं कक्षा तक स्कूल गए उसके बाद जैवलिन थ्रो के अभ्यास के लिए देश विदेश के दौरे पर जाना पड़ता था जिसकी वजह से उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई ओपन शिक्षा के माध्यम से जारी रखी और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से BA की डिग्री हासिल की.
नीरज चोपड़ा का परिवार ( Neeraj Chopra Family)
पिता का नाम (Father’s Name) | सतीश कुमार चोपड़ा |
माता का नाम (Mother’s Name) | सरोज देवी |
बहन का नाम (Sister’s Name ) | संगीता और सरिता |
नीरज चोपड़ा के कोच ( Neeraj Chopra Coach) –
नीरज चोपड़ा के मुख्य कोच का नाम उवे होन है जो की जर्मनी के पूर्व पेशेवर जैवलिन एथलीट है हालाँकि नीरज चोपड़ा के पूर्व कोच का नाम गैरी कैलवर्ट था जिनका साल 2018 बीजिंग में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था.
नीरज चोपड़ा का भाला फेंक करियर (Javelin Throw Athlete)–
जब नीरज चोपड़ा की उम्र मात्र ग्यारह साल थी तब इनका वजन 80 किलोग्राम था जो इतनी कम उम्र के बच्चो के हिसाब से बहुत ज्यादा था तो इन्होने अपना वजन कम करने के लिए पानीपत के स्टेडियम में ट्रेनिंग शुरू कर दी और यहां पर इन्होने ऐथलीट जयवीर को जैवलिन थ्रो खेल का अभ्यास करते देखा और वही से इसमें अपना करियर बनाने का ठान लिया।
नीरज ने भाला में अपना प्रशिक्षण भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) पंचकुला, हरियाणा में शुरू किया, और उचित सुविधाओं की कमी के कारण, उन्होंने हरियाणा के पंचकुला में तालुका देवी लाल स्टेडियम में अपना प्रशिक्षण जारी रखा।
वर्षों के प्रशिक्षण के बाद, उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय भाला फेंक प्रतियोगिताओं में भाग लिया और देश को कई सम्मान दिलाए। उन्होंने एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैंपियनशिप जैसी प्रतियोगिताओं में विभिन्न पदक जीते हैं।
एक इंटरव्यू में, जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने भाला फेक खेल में अपने करियर बनाने का ख्याल कैसे आया,तो उन्होंने बताया ,
”एक मोटे बच्चे के रूप में, 11 साल की उम्र में, मेरा वजन 80 किलो था। आकार में आने के लिए, मैं छुट्टियों के दौरान पानीपत स्टेडियम गया था।मेरी पॉकेट मनी लगभग 30 रुपये थी और कई दिनों तक मेरे पास एक गिलास जूस के लिए भी पैसे नहीं थे। मैंने स्टेडियम पहुंचने के लिए लगभग 17 किलोमीटर का सफर तय किया और अपने चाचा के साथ लौटा, जो पानीपत शहर में काम करते थे।
हालांकि मैं अपना वजन कम करने के लिए दौड़ रहा था, लेकिन मुझे इसका विशेष आनंद नहीं मिला। मैं कुछ दूरी पर खड़ा होकर अपने सीनियर जयवीर को देखता था, जो भाले में हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, अभ्यास करते हैं।
एक दिन उनके कहने पर मैंने भाला आजमाया। मुझे पता चला कि मैं इसे दूर तक फेंक सकता हूं और इस अहसास ने मुझे अपना आत्म-सम्मान वापस पाने में मदद की।”
नीरज के परिवार का सपोर्ट (Family Support for Javelin Throw)–
एक इंटरव्यू में, नीरज ने साझा किया कि उनके परिवार और गांव के लोगों ने उनका समर्थन किया, और उनके चाचा भीम सिंह ने उन्हें भाला में अपना करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने आगे अपने गांव में एक खिलाड़ी के लिए सुविधाओं की कमी के बारे में बात की। उसने कहा,
सुविधाओं की कमी के कारण जब मैं 14 साल का था तब मैंने घर छोड़ दिया था। 9वीं कक्षा के बाद मेरी औपचारिक शिक्षा बाधित हो गई।मेरा सपना है कि जिस तरह से मैं पंचकूला आया था, गांववालों को शहर में शिफ्ट होने की जरूरत नहीं है। हरियाणा के एथलीट राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक स्तर पर जीत रहे हैं लेकिन मेरे गांव में अभी भी खेल का मैदान नहीं है।
जब भी मैं वहां रहता हूं, मुझे सड़क पर अभ्यास करने की जरूरत होती है। अगर हमें ओलंपियन राष्ट्र बनना है, तो हर गांव में एक स्टेडियम होना चाहिए और राष्ट्रीय खेल संस्थान, पटियाला से कोच प्राप्त करना चाहिए, जहां मैं अब प्रशिक्षण लेता हूं।
नीरज चोपड़ा रिकॉर्ड ( Neeraj Chopra Record)
- साल 2012 में लखनऊ में आयोजित की गई नेशनल जूनियर चैंपियनशिप में नीरज ने अपनी पहली ऐतिहासिक जीता हासिल की थी इस प्रतियोगिता में अंडर-16 में भाग लेते हुए इन्होने 68.46 मीटर भाला फेक कर रिकॉर्ड बनाया और इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम किया
- साल 2013 में नेशनल यूथ चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और अपने शानदार खेल की बदौलत आईएएएफ वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में अपनी जगह बनाई
- साल 2015 में इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप के दौरान इन्होने 81.04 मीटर की दूरी का भाला फेक कर एज ग्रुप में एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया।
- 2016 में जूनियर विश्व चैंपियनशिप में नीरज ने हिस्सा लिया और 86.48 मीटर भाला फेंक कर एक ननया रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण पदक जीता।
- साल 2016 में नीरज ने दक्षिण एशियाई खेलों में अपने शानदार 82.23 मीटर के जेवलिन थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था।अपने 82.23 मीटर के जेवलिन थ्रो के साथ इन्होने भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की
- साल 2017 में एशियाई एथलेटिक चैंपियनशिप 2017 में 85.23 मीटर के थ्रो के साथ एक और स्वर्ण पदक जीता
- मई 2018 में, उन्होंने दोहा डायमंड लीग में 87.43 मीटर के थ्रो के साथ फिर से राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा
- 27 अगस्त 2018 को, नीरज ने 2018 एशियाई खेलों में पुरुषों की भाला फेंक में स्वर्ण जीतने के लिए 88.06 मीटर की दूरी तक भाला फेंका और अपने पिछले रिकॉर्ड को बेहतर करते हुए एक नया भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
यह भी जाने :-
- मेजर ध्यानचंद के हॉकी खेल की शुरुआत
- मेजर ध्यानचंद के रिकार्ड्स
- मिल्खा सिंह वर्ल्ड रिकॉर्ड के बारे में जानें
नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलंपिक में (Tokyo Olympic 2020)
साल 2021 में जापान के टोक्यो शहर में आयोजित हो रहे ओलम्पिक में हिस्सा लेकर बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुके है और ओलम्पिक में पदक के मजबूत दावेदार माने जा रहे है।
नीरज ने 86.65 मीटर दूरी तक भाला फेक कर फाइनल में अपनी जगह पक्की की है और इसके साथ साथ जेवलिन थ्रो के खेल में फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय होने का रिकॉर्ड भी बनाया है
नीरज का आगला मैच जो की फाइनल मैच है 7 अगस्त को 4:30 बजे था । नीरज ने फाइनल मैच में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतकर भारतीयों का टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने का सपना पूरा कर दिया।नीरज ने फाइनल मैच में 87.58 मीटर का दूसरा थ्रो करके स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया
नीरज चोपड़ा की उपलब्धिया ( Neeraj Chopra Achievements)
साल | मैडल व पुरस्कार | पदक |
2012 | राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप | स्वर्ण पदक |
2013 | राष्ट्रीय युवा चैंपियनशिप | रजत पदक |
2016 | तीसरा विश्व जूनियर अवार्ड | स्वर्ण पदक |
2016 | एशियाई जूनियर चैंपियनशिप | रजत पदक |
2016 | दक्षिण एशियाई खेल | स्वर्ण पदक |
2017 | एशियाई चैंपियनशिप | स्वर्ण पदक |
2018 | एशियाई खेल चैंपियनशिप स्वर्ण गौरव | स्वर्ण पदक |
2018 | गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल | स्वर्ण पदक |
2018 | अर्जुन पुरस्कार |
नीरज चोपड़ा के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Fact )
- 2016 में अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने और राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने पर फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई दी।
- उन्हें 2016 में भारतीय सेना में जूनियर कमीशंड ऑफिसर (सूबेदार रैंक) के रूप में नियुक्त किया गया था।
- उन्हें एशियाई खेलों 2018 में भारत के ध्वजवाहक के रूप में चुना गया था।
- 2018 में 68 वें अखिल भारतीय इंटर-सर्विसेज एथलेटिक्स में उनकी दाहिनी कोहनी में चोट के कारण 2019 में उनकी सर्जरी हुई।
- 31 मार्च 2020 को उन्होंने कोरोनावायरस महामारी के बीच पीएम केयर्स फंड में 2 लाख रूपये दान दिए ।
- उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भाला फेंक में भारत का प्रतिनिधित्व किया जो 2021 में कोरोनावायरस महामारी के कारण आयोजित किया गया था। एक इंटरव्यू के दौरान, नीरज के चाचा ने साझा किया कि नीरज ने टोक्यो ओलंपिक 2020 से पहले एक साल के लिए अपना फोन बंद रखा था ताकि किसी भी तरह का ध्यान भंग न हो।
नीरज चोपड़ा की पसंद और नापसंद
पसंदीदा अभिनेता (Favourite Actor) | अक्षय कुमार |
पसंदीदा फिल्म (Favourite Film ) | रॉकी फिल्म की सीरीज |
पसंदीदा गायक ( Favourite Singer ) | राजेंद्र खरकिया और केडी |
पसंदीदा खेल (Favourite Virtual Game ) | भाला मास्टर 2, ब्रदर्स इन आर्म्स, और डामर |
पसंदीदा भाला फेक खिलाडी (Favourite Javelin Thrower) | जान ज़ेलेज़्नी |
नीरज चोपड़ा की कुल संपत्ति (Neeraj Chopra Net Worth)
नीरज की कमाई आय का मुख्य जरिया भाला फेंकने वाले के रूप में उनका सफल करियर है। इसके अलावा, उन्हें JSW स्पोर्ट्स एंड स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) से बहुत समर्थन मिलता है, जिसने उनके भाग्य को बढ़ाने में मदद की है।
कुल संपत्ति (Net Worth 2021) | $ 5 मिलियन |
कुल संपत्ति रुपयों में (Net Worth In Indian Rupees) | 36 करोड़ रूपये |
महीने की आय (Monthly Income And Salary) | 40 लाख |
सालाना आय (Annual Income) | 5 करोड़ |
FAQ
नीरज चोपड़ा के कोच कौन है ?
नीरज चोपड़ा के मुख्य कोच का नाम उवे होन है जो की जर्मनी के पूर्व पेशेवर जैवलिन एथलीट है
नीरज चोपड़ा कौन है ?
नीरज चोपड़ा एक भारतीय भाला फेंक (Javelin Throw) खिलाड़ी है।
नीरज चोपड़ा का गावं कौन सा है?
पानीपत जिले का खंडरा गांव
नीरज चोपड़ा की जाति क्या है ?
नीरज चोपड़ा एक हिन्दू रोर मराठा है
नीरज चोपड़ा का जन्म कब हुआ ?
24 दिसंबर,1997
यह भी जाने :-
- साइखोम मीराबाई चानू का जीवन परिचय |
- पी.वी. सिंधु का जीवन परिचय।
- कमलप्रीत कौर का जीवन परिचय।
- लवलीना बोरगोहेन का जीवन परिचय।
अंतिम कुछ शब्द –
दोस्तों मै आशा करता हूँ आपको ”नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय |Neeraj Chopra Biography, Javelin Throw in Hindi” वाला Blog पसंद आया होगा अगर आपको मेरा ये Blog पसंद आया हो तो अपने दोस्तों और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करे लोगो को भी इसकी जानकारी दे
अगर आपकी कोई प्रतिकिर्याएँ हे तो हमे जरूर बताये Contact Us में जाकर आप मुझे ईमेल कर सकते है या मुझे सोशल मीडिया पर फॉलो कर सकते है जल्दी ही आपसे एक नए ब्लॉग के साथ मुलाकात होगी तब तक के मेरे ब्लॉग पर बने रहने के लिए ”धन्यवाद
Neeraj Chopra par hame garv gai
Comments are closed.