कमलप्रीत कौर एक डिस्कस थ्रोअर (Discus Throw) महिला खिलाड़ी है जिन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सभी को चौका दिया है। कमलप्रीत ने 65.06 मी . के प्रयास से डिस्कस थ्रो में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। ऐसा करने वाली कमलप्रीत पहली भारतीय खिलाडी है।
पंजाब के बादल गांव से पली बड़ी कमलप्रीत ने अपने शुरूआती दिनों में बड़ी मुश्किल से डिस्कस थ्रोअर (Discus Throw) बनने की ट्रेनिंग ली।
आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाबजूद हार नहीं मानने वाली कमलप्रीत टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympic) के फ़ाइनल में पहुंच गयी थी लेकिन फाइनल में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी और छठे स्थान रही और ओलम्पिक पदक हासिल करने से चूक गयी ।
नाम ( Name) | कमलप्रीत कौर |
जन्म (Birth) | 4 मार्च 1996 |
उम्र (Age) | 25 साल (साल 2021 में ) |
जन्म स्थान (Birth Place) | गांव बादल ,श्री मुक्तसर साहिब जिला,पंजाब |
गृहनगर (Hometown) | गांव बादल ,श्री मुक्तसर साहिब जिला,पंजाब |
शिक्षा (Education) | 12वीं कक्षा पास |
स्कूल/कॉलेज ( School /College) | दशमेश गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
धर्म (Religion) | सिख |
राशि (Zodiac Sig) | मीन राशि |
कद (Height) | 6 फीट 1 इंच |
आंखों का रंग (Eye Colour) | काला |
बालों का रंग (Hair Colour) | काला |
पेशा (Profession) | डिस्कस थ्रोअर महिला खिलाड़ी |
राष्ट्रीय शुरुआत (National Debut ) | 2013 ,जूनियर नेशनल,बैंगलोर |
अंतर्राष्ट्रीय शुरुआत (International Debut ) | 2017 , एशियाई चैंपियनशिप |
सर्वश्रेठ स्कोर (Best score ) | 66.59 मी. |
कोच (Coach) | बलजीत सिंह |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | आवैवाहिक |
कमलप्रीत कौर का शुरुवाती जीवन (Kamalpreet Kaur Early Life )–
डिस्कस थ्रोअर (Discus Throw) खिलाड़ी कमलप्रीत कौर का जन्म 4 मार्च 1996 में पंजाब राज्य के श्री मुक्तसर साहिब जिला के एक छोटे से गांव बादल में हुआ था।
पढ़ाई में ज्यादा अच्छी ना होने के कारण कमलप्रीत को अपनी पढ़ाई के जरिये लगने वाली नौकरी पर ज्यादा भरोसा नहीं था क्योकि जब वे आठवीं कक्षा में थी तब उनके मुश्किल से पास होने लायक अंक आ पाए थे और वही हालत उनके दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई में भी रहे ।
कमलप्रीत का कद अच्छा होने के कारण उन्होंने पहली बार खेल प्रतियोगिता में भाग लिया जहां पर उन्होंने काफी बढ़िया प्रदर्शन किया तब उनके खेल प्रदर्शन को देखते हुए लोगो ने उन्हें खेलो में अपनी किस्मत आजमाने के लिए कहा।
क्योकि कमलप्रीत एक गांव की निवासी है और इनके पिता एक किसान है इनके मुताबित अगर ये पढ़ाई में ज्यादा कुछ नहीं कर पाती तो इनकी कम उम्र में शादी कर दी जाती जो ये नहीं चाहती थी एक वजह इनकी यह भी थी खेलो में अपनी किस्मत आजमाने की जिससे ये कम उम्र में शादी करने से बच पाए।
कमलप्रीत शुरुआत से एक डिस्कस थ्रोअर खिलाडी नहीं थी लेकिन जब इन्होने अपने गांव बादल में स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र (Sports Authority of India Centre) में शामिल हो गयी। वहाँ पर ये कोच प्रीथपाल मारू से मिली जो की खुद डिस्कस थ्रोअर खिलाडी थी और यही से इनको एक डिस्कस थ्रोअर खिलाडी बनने का जूनून पैदा हुआ.
कमलप्रीत कौर का डिस्कस थ्रोअर करियर (Kamalpreet Kaur discus thrower career)
साल 2013 में बैंगलोर में जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद कमलप्रीत का डिस्कस थ्रोअर (Discus Throw) का जीवन बिलकुल बदल गया क्योकि इन्होने बैंगलोर में आयोजित जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में एक डिस्कस थ्रोअर खिलाडी के रूप में हिस्सा लिया था और अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर इन्होने कांस्य पदक जीता।
किस्मत से उन्हें साई हॉस्टल में जगह मिल गयी जहां पर खिलाड़ियों की खुराक का विशेष ध्यान रखा जाता था साई हॉस्टल में इन्हे प्रोटीनयुक्त खाना मिलने लगा
इन्होने रांची में हुयी अंडर -20 की प्रतियोगिता में नया रिकॉर्ड बनाया। साल 2017 में इन्होने अखिल भारतीय अंतर-विश्वविद्यालय की प्रतियोगिता में पुराने सारे रिकार्ड्स को तोड़कर नए रिकॉर्ड स्थापित किये
कमलप्रीत के राष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक जीतने के बाद पंजाब सरकार ने कमलप्रीत को 10000 रूपये और साल 2017 में रेलवे में क्लर्क की नौकरी प्रदान की जिसमे इनकी तनख्वाह 21000 रूपये थी और इस नौकरी की वजह से इनकी आगे की राह आसान हो गयी।
साल 2019 में गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन ने इनका सहयोग करना शुरू किया और इनके खाने पीने से लेकर इनकी ट्रेनिंग का ध्यान रखा। इसके बाद इन्हे ताइपे में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला।
2019 फेडरेशन कप सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भाग लिया और 60.25 मीटर के थ्रो के साथ इन्होने स्वर्ण पदक जीता इसके अलावा इन्होने 24वें फेडरेशन कप सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और 65 मीटर का लम्बा थ्रो के साथ एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और 65 मीटर का लम्बा थ्रो फेकने वाली ये पहली भारतीय खिलाडी बनी.
कमलप्रीत कौर का टोक्यो ओलिंपिक में प्रदर्शन ( Tokyo Olympics 2021)–
डिस्कस थ्रोअर खिलाड़ी कमलप्रीत कौर ने टोक्यो ओलिंपिक ( Tokyo Olympics ) में भाग लिया और अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर महिला डिस्कस थ्रो फाइनल में 63.5 मीटर के थ्रो के साथ अपनी जगह पक्की की।
कमलप्रीत कौर टोक्यो ओलम्पिक के फाइनल में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रही और फाइनल में अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो 63.70 मीटर के साथ छटे स्थान पर रही और छटे स्थान पर रहने के कारण वो भारत के लिए ओलम्पिक पदक लाने में नाकाम रही।
टोक्यो ओलम्पिक के फाइनल में कमलप्रीत को पदक जीतने के लिए 65.72 मीटर से ज्यादा का स्कोर करना था जिसे वो चूक गयी और अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर 63.70 मीटर ही बना पायी।
कमलप्रीत कौर सोशल मीडिया अकाउंट्स
Kamalpreet Kaur Instagram | यहाँ क्लिक करें |
Kamalpreet Kaur Facebook | यहाँ क्लिक करें |
Kamalpreet Kaur Twitter | यहाँ क्लिक करें |
FAQ
मलप्रीत कौर कौन है ?
डिस्कस थ्रोअर(चक्का फेंक ) महिला खिलाड़ी
कमलप्रीत कौर हाइट कितनी है ?
6 फीट 1 इंच
कमलप्रीत कौर का गावं कौन सा है ?
गांव बादल
कमलप्रीत कौर के कोच का क्या नाम है ?
बलजीत सिंह
यह भी जाने :-
- लवलीना बोरगोहेन का जीवन परिचय।
- अतानु दास का जीवन परिचय |
- दीपिका कुमारी का जीवन परिचय |
- बॉक्सर पूजा रानी का जीवन परिचय।
अंतिम कुछ शब्द –
दोस्तों मै आशा करता हूँ आपको ”कमलप्रीत कौर का जीवन परिचय(Kamalpreet Kaur Biography in Hindi)” वाला Blog पसंद आया होगा अगर आपको मेरा ये Blog पसंद आया हो तो अपने दोस्तों और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करे लोगो को भी इसकी जानकारी दे
अगर आपकी कोई प्रतिकिर्याएँ हे तो हमे जरूर बताये Contact Us में जाकर आप मुझे ईमेल कर सकते है या मुझे सोशल मीडिया पर फॉलो कर सकते है जल्दी ही आपसे एक नए ब्लॉग के साथ मुलाकात होगी तब तक के मेरे ब्लॉग पर बने रहने के लिए ”धन्यवाद